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10th के बाद Commerce लेने के फायदे?

10th के बाद विद्यार्थी हर एक अच्छा विषय लेने के लिए रहता है। दसवीं के बाद विद्यार्थी को 11वीं और 12वीं की पढ़ाई के लिए आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस स्ट्रीम आदि तीनों विषय में से किसी एक स्ट्रीम का चुनाव करना होता है इसीलिए आज हम 10th Ke Baad Commerce Lene Ke Fayde, Commerce Lene Ke Fayde, कॉमर्स से क्या बन सकते हैं आदि कॉमर्स विषय से संबंधित जानकारी पर चर्चा करेंगे।

10th के बाद Commerce लेने के फायदे | कॉमर्स से क्या बन सकते हैं? 

दसवीं के बाद कई विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो यह जानना चाहते हैं कि वह किस विषय में अपने करियर को बेहतरीन बना सकते हैं या किसी विषय को करके नौकरी के अवसर सबसे ज्यादा प्राप्त हो सकते हैं। अगर हम नौकरी के आधार पर बात करें तो कॉमर्स विषय सबसे ज्यादा अच्छा होता है क्योंकि कॉमर्स एक ऐसा विषय है

जिसमें आप किसी भी व्यवसाय, कंपनी या संस्थान के गणितीय एवं हिसाब किताब से संबंधित जानकारी को समझकर रिपोर्ट तैयार करने, बैलेंस शीट तैयार करने एवं बाजार के उतार-चढ़ाव से संबंधित रिपोर्ट तैयार करने में मदद कर सकते हैं और ऐसे में इस तरह के उम्मीदवार किसी भी कंपनी व्यवसाय एवं संस्थान में एक अकाउंटेंट,डाटा एंट्री ऑपरेटर तथा कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर काम करता है।

यदि कोई भी विद्यार्थी दसवीं के बाद कॉमर्स लेता है तो उसे काफी सारे फायदे (10th Ke Baad Commerce Lene Ke Fayde) मिलते हैं जो हम स्टेप बाय स्टेप जानकारी के द्वारा समझ सकते हैं। ‌ हमने नीचे कुछ ऐसे करियर ऑप्शन की जानकारी दी है जिसे आप कॉमर्स विषय के फायदों (Commerce Lene Ke Fayde) के रूप में समझ सकते हैं-

1. चार्टर्ड अकाउंटेंट (Chartered Accountant) 

यदि आप 10th के बाद कॉमर्स लेते हैं तो आपके पास करियर में चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में एक अच्छा नौकरी का अवसर मिल सकता है। जब आप दसवीं के बाद 11वीं 12वीं में कॉमर्स विषय का चुनाव करते हैं तो आपको काफी सारे वित्तीय एवं लेखा जोखा से संबंधित जानकारी प्रदान की जाती है

और जब 12वीं के बाद आप चार्टर्ड अकाउंटेंट के डिप्लोमा एवं डिग्री कोर्स में भाग लेते हैं तो आपको एडवांस लेवल के वित्तीय लेखा जोखा बैलेंस शीट एवं बाजार से संबंधित जानकारी प्रदान की जाती है। काफी सारी कंपनियां एवं वित्तीय संस्थान अपनी कंपनी की व्यापारिक नीतियों एवं बाजार की स्थितियों को समझने के लिए चार्टर्ड अकाउंटेंट को Hire करती है।

चार्टर्ड अकाउंटेंट कंपनी के वैल्यू प्रोडक्ट एवं कॉस्ट का बैलेंस शीट बनाकर तैयार करता है और यह कंपनी को वित्तीय जोखिम से संबंधित जानकारी भी प्रदान करता है। हालांकि चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के बाद वेतन सर्वाधिक प्राप्त होता है और आप निजी एवं सरकारी संस्थान में चार्टर्ड अकाउंटेंट के तौर पर काम कर सकते हैं। ‌

2. कंपनी सेक्रेट्री (Company Secretary) 

अगर आप दसवीं के बाद कॉमर्स लेते हैं तो आपके लिए भविष्य में कंपनी सेक्रेटरी के रूप में काफी सारे रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। जब आप 11वीं और 12वीं कॉमर्स विषय पढ़ते हैं तो आपको इस दौरान बिजनेस की रणनीतियों एवं बिजनेस प्लैनिंग के बारे में जानकारी दी जाती है और एक कंपनी सेक्रेटरी का यही काम होता है

कि वह कंपनी की बिजनेस स्ट्रेटजी में मदद करें तथा मार्केट में कंपनी की वैल्यू को हमेशा बनाए रखें एवं कंपनी को हमेशा मार्केट की वित्तीय जोखिमों से रूबरू कराते हुए बिजनेस प्लानिंग में सहयोग देती रहे। इसीलिए एक कंपनी सेक्रेटरी के रूप में काफी सारी वित्तीय संस्था एवं मल्टीनेशनल वित्तीय कंपनियां कंपनी सेक्रेटरी के लिए वैकेंसी जारी करती रहती है और आप इस पर काफी अच्छा वेतन भी प्राप्त कर सकते हैं।

3. बैंकिंग (Banking) 

कॉमर्स के स्टूडेंट में सबसे ज्यादा बैंकिंग सबसे ज्यादा चर्चित करियर ऑप्शन रहता है। जब आप 11वीं और 12वीं में कॉमर्स विषय को पढ़ते हैं तो आपको बैंक में लोन,प्रतिशत,बैलेंस शीट, गणना, ब्याज आदि संबंधित बैंकिंग विशेषताओं के बारे में जानकारी दी जाती है। अगर आप दसवीं के बाद कॉमर्स विषय से पढ़ाई करते हैं तो आपके लिए बैंकिंग एक सबसे अच्छा अवसर हो सकता है क्योंकि भारत में कई सारे ऐसे सरकारी एवं गैर सरकारी बैंक मौजूद है

जहां पर आप के कैशियर, डाटा एंट्री ऑपरेटर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, फाइनेंस मैनेजर, कंपनी सेक्रेट्री, बैंक मैनेजर आदि संबंधित पदों पर रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकते हैं। ‌ बैंकिंग कॉमर्स के स्टूडेंट के लिए हमेशा से एक ऐसा करियर ऑप्शन रहा है जिसमें रोजगार के सर्वाधिक अवसर उपलब्ध है तथा बैंकिंग विशेष से पढ़कर विद्यार्थी आसानी से विभिन्न वित्तीय संस्थाओं एवं बैंक में जॉब प्राप्त कर सकते हैं।

हालांकि सरकारी बैंक में जॉब प्राप्त करने के लिए विद्यार्थी को सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेना पड़ता है तथा हर साल भारतीय रिजर्व बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब नेशनल बैंक आदि सरकारी बैंकों में बैंक मैनेजर, फाइनेंस मैनेजर, चार्टर्ड अकाउंटेंट तथा विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए आवेदन निकाले जाते हैं और जो भी विद्यार्थी और उम्मीदवार सरकारी बैंकिंग में जॉब प्राप्त करना चाहते हैं वह इन प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग ले सकते हैं। ‌

4. फाइनेंशिल एनालिस्ट (Financial analyst)

कॉमर्स गणित एवं अंकगणितीय गणना से संबंधित संपूर्ण जानकारी दी जाती है तथा कई विद्यार्थी ऐसे होते हैं जिन्हें संख्याओं के साथ खेलना काफी पसंद होता है एवं में संख्याओं के संबंध को भी समझ पाते हैं तथा संख्या में होने वाले उतार-चढ़ाव को भी समझते हैं। ‌

ऐसे ही उम्मीदवारों के लिए जो गणित एवं अंकगणितीय घटनाओं में अच्छी पकड़ रखते हैं उनके लिए फाइनैंशल एनालिसिस में काफी सारे जॉब के अवसर मौजूद होते हैं। कई सारी ऐसी निजी कंपनियां एवं सरकारी बीते संस्थान होते हैं जो फाइनैंशल एनालिटिक को नियुक्त करते हैं और फाइनेंस एनालिस्ट कंपनी के सभी अंकगणितीय उतार-चढ़ाव पर नजर रखता है

तथा कंपनी को उसके बिजनेस एवं बाजार में वैल्यू के हिसाब से रिपोर्ट तैयार करके सुझाव देता रहता है। इसीलिए जिन विद्यार्थियों को गणित एवं नंबर में ज्यादा रूचि है उनके लिए फाइनैंशल एनालिसिस करियर काफी अच्छा ऑप्शन हो सकता है क्योंकि इस कैरियर में वेतन भी सर्वाधिक है।‌

निष्कर्ष 

इस आर्टिकल में हमने आपको 10th Ke Baad Commerce Lene Ke Fayde से संबंधित जानकारी दी है, इसके अलावा इस लेख में हमने आपको Commerce से जुड़ी और भी कई महातपवूर्ण जानकारियों के बारे में बताया है। अगर आपका इस लेख Commerce Lene Ke Fayde से सम्बंधित कोई भी सवाल है, तो आप हमें कमेंट करके बता सकते है। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा, तो कृपया इस लेख अपने सभी दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें, धन्यवाद

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