बहुत सारे विद्यार्थी करियर को लेकर पहले से ही अपनी योजना बना लेते हैं और कुछ विद्यार्थियों को कानून के क्षेत्र में जाने की इच्छा होती है, इसीलिए हम आज ऐसे ही विद्यार्थियों के लिए 10th के बाद वकील कैसे बनें? इसके बारे में विस्तार से बताने वाले है। जिसमे हम 10th के बाद आपको वकील बनने के लिए कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहिए, एलएलबी करने में कितना खर्चा होता है, वकील बनने के लिए कितना पैसा लगता है? आदि से संबंधित सभी जानकारियां इस लेख में आपको मिलने वाली है।
10वीं के बाद लॉ की पढ़ाई के लिए क्या करना चाहिए?
यदि आप दसवीं के बाद लॉ की पढ़ाई करना चाहते हैं तो आपको निम्नलिखित प्रोसेस को पूरा करना होगा-
- दसवीं के बाद आपको किसी भी स्ट्रीम से (साइंस, आर्ट्स तथा कॉमर्स) में 11वीं 12वीं कक्षा की पढ़ाई करनी होगी।
- 11वीं तथा 12वीं कक्षा में अच्छे नंबरों से पढ़ाई करने के बाद आपको किसी मान्यता प्राप्त विधि संकाय के विश्वविद्यालय या इंस्टिट्यूट में एलएलबी की प्रवेश परीक्षा को देना होगा।
- भारत में कई विश्वविद्यालयों द्वारा एलएलबी में ग्रेजुएशन के लिए 3 वर्ष तथा 5 वर्ष के दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। कुछ प्रचलित एलएलबी प्रवेश परीक्षा में दिल्ली यूनिवर्सिटी एलएलबी प्रवेश परीक्षा तथा आईपी यूनिवर्सिटी एलएलबी प्रवेश परीक्षा शामिल है।
- प्रवेश परीक्षा में अच्छे नंबरों से पास होने वाले उम्मीदवार को 3 या 5 वर्ष के लिए एलएलबी ग्रेजुएशन के कोर्स में दाखिला मिल जाता है।
- यदि आप बारहवीं कक्षा के बाद वकील बनने की पढ़ाई करना चाहते हैं तो आपको एलएलबी ग्रेजुएशन में 5 वर्ष का कोर्स करना होगा तथा यदि आप बीए पॉलीटिकल साइंस ग्रेजुएशन के बाद वकील बनने के लिए पढ़ाई करना चाहते हैं तो आपको 3 वर्ष का एलएलबी कोर्स करना होगा।
- यदि आप एलएलबी में ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट को प्राप्त कर लेते हैं तो इसके बाद आप पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स भी कर सकते हैं।
- अब आपको भारत सरकार द्वारा बार काउंसिल ऑफ इंडिया ( Bar Council Of India) के राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षा को पास करना होगा तथा इसे पास करने के बाद ही आप एक मान्य वकील कहलाएंगे।
- बार काउंसिल ऑफ इंडिया की परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है तथा इसमें उम्मीदवार को एलएलबी पाठ्यक्रम के आधार पर ही 100 प्रश्नों का प्रश्न पत्र हल करना होता है।
- बार काउंसिल ऑफ इंडिया का एग्जाम क्लियर करने के बाद आपको किसी भी लॉ फर्म में 1 वर्ष की इंटर्नशिप भी करनी होगी।
- इंटर्नशिप करने के बाद आप उच्च न्यायालय तथा सर्वोच्च न्यायालय में वकील के तौर पर प्रैक्टिस कर सकेंगे।
10वीं के बाद वकील के लिए कौन-सा विषय सबसे अच्छा है
10वीं के बाद वकील के लिए किसी भी विषय से प्रवेश परीक्षा को पास करके एलएलबी में दाखिला ले सकते हैं। हालांकि अगर विद्यार्थी दसवीं के बाद वकील बनना चाहता है तो उसे 11वीं कक्षा में विषय के चुनाव के दौरान आर्ट्स स्ट्रीम का चुनाव करना चाहिए क्योंकि आर्ट्स स्ट्रीम में पॉलिटिकल साइंस एवं कानून संबंधी विषय शामिल होते हैं तथा यह विषय विद्यार्थी को एलएलबी की प्रवेश परीक्षा में काफी मददगार साबित हो सकते हैं।
एलएलबी करने में कितना खर्चा आता है?
एलएलबी के कोर्स की अवधि 3 वर्ष से लेकर करीब 5 वर्ष होती है तथा भारत में एलएलबी कोर्स की सालाना फीस₹70000 से लेकर 100000 तक होती है। यदि उम्मीदवार 3 वर्ष की अवधि वाले एलएलबी कोर्स में दाखिला लेता है तो उसकी 3 वर्ष की फीस 3 लाख रुपए से 6लाख रूपए तक हो सकती है।
वकील बनने के लिए कितना पैसा लगता है?
यदि आप दसवीं के बाद वकील बनना चाहते हैं तो आपको वकील के लिए प्रवेश परीक्षा संबंधी किताबों को खरीदना होगा तथा एलएलबी के प्रवेश परीक्षा संबंधी किताबें 500 से 1000 रूपए के बीच आ जाती है। इसके बाद जब प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन फॉर्म जारी होता है तो उसमें भी 500 से 1000 रुपए तक का खर्चा आ जाता है।
यदि आप एलएलबी की प्रवेश परीक्षा को पास कर लेते हैं तो आपको कानूनी पाठ्यक्रम से संबंधित कई तरह की किताबें खरीदनी पड़ती है जिसका खर्च सालाना 5000 के अंदर आता है। इसके अलावा विश्वविद्यालय एग्जामिनेशन फीस भी प्राप्त करता है जिसका मूल्य 500 से 600 रूपए तक होता है।
यदि आप 3 वर्ष की अवधि का एलएलबी कोर्स कर रहे हैं और अगर आप की 1 साल की फीस ₹100000 है तो आपको 3 साल में₹300000 विश्वविद्यालय को कोर्स की फीस के तौर पर भुगतान करने होंगे। अगर देखा जाए तो वकील बनने के लिए कुल खर्चा 3 लाख रुपए से 4 लाख रुपए के बीच तक आ जाता है।
वकील बनने के बाद करियर ऑप्शन
जब आप एक अच्छे मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से एलएलबी में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त कर लेते हैं तो आपके लिए निम्नलिखित करियर ऑप्शन खुल जाते हैं-
- सरकारी वकील
- प्राइवेट वकील
- लॉ एडवाइजर
- जूनियर वकील
- नोटरी वकील
- सीनियर वकील
- फैमिली वकील
- जिला मजिस्ट्रेट
- फैमिली वकील
सरकारी वकील बनने के लिए आप को सुप्रीम कोर्ट में प्रवेश लेना होगा तथा सुप्रीम कोर्ट में प्रवेश के लिए आपको बार काउंसिल ऑफ इंडिया का एग्जाम क्लियर करना होगा। इसके बाद आप सरकारी वकील के तौर पर सुप्रीम कोर्ट तथा उच्च न्यायालय में काम कर सकेंगे।
लॉ एडवाइजर तथा प्राइवेट वकील के विकल्प का चुनाव करते हैं तो आप कई सारी निजी संस्थाओं में कानूनी संबंधी ज्ञान एवं कानूनी दिशा निर्देशों जानकारी को साझा करने के तौर पर एक निजी वकील के रूप में कार्य कर सकते हैं। निजी संस्थान में आपका काम कानून कायदों के आधार पर पेपर्स को बनाना तथा कंपनी के लिए कानूनी कायदों का निर्माण करना होगा।
कौन सा वकील सबसे ज्यादा पैसे कमाता है?
यदि हम सबसे ज्यादा वेतन अर्जित करने वाले वकील की बात करें तो पेटेंट वकील अत्याधिक वेतन को अर्जित करने वाला वकील माना जाता है।
भारत में वकील की सैलरी कितनी है?
यदि हम भारत में एक वकील की प्रतिमाह सैलरी की बात की जाए तो सरकारी वकील को प्रति महीना ₹50000 या उससे अधिक वेतन हासिल होता है। यदि हम एक प्राइवेट वकील के सालाना वेतन की बात करें तो यह सालाना 3 लाख से 4 लाख रुपए के बीच होता है।