10th Ke Baad Pilot Kaise Bane : कई सारे विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो दसवीं के बाद ही अपने करियर को लेकर सीरियस हो जाते हैं और ऐसे विद्यार्थियों के कई बड़े सपने होते हैं। दसवीं कक्षा के बाद कई विद्यार्थी पायलट बनना चाहते हैं लेकिन उन्हें यह सही जानकारी प्राप्त नहीं होती है जिस वजह से वह पहले से ही पायलट बनने की तैयारी नहीं कर पाते हैं इसीलिए आज हम Pilot Kaise Bane, 10th Ke Baad Pilot Kaise Bane?, पायलट बनने में कुल खर्च, योग्यता, परीक्षा आदि संबंधित जानकारी लेकर आए हैं।
10th के बाद पायलट कैसे बने?
बहुत सारे विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो पायलट बनने का सपना देखते हैं लेकिन वक्त रहते वह तैयारी नहीं कर पाते जिस वजह से उनका पायल बनने का सपना पूरा नहीं हो पाता है। पायलट बनने के लिए सबसे पहला काम 10th कक्षा में अच्छे नंबरों से पास होना है। अब विद्यार्थी को 11वीं कक्षा में स्ट्रीम का चुनाव करते समय साइंस स्ट्रीम का चुनाव करना है
और इसमें भी उसे नॉन मेडिकल फील्ड चुननी है क्योंकि पायलट बनने के लिए विद्यार्थी को भविष्य में जहाज की तकनीक एवं संचालन से संबंधित इंजीनियरिंग कोर्स करना होगा इसीलिए विद्यार्थी द्वारा 11वीं एवं 12वीं कक्षा में नॉन मेडिकल साइंस के तहत फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स विषयों का ज्ञान होना जरूरी है। इसके अलावा विद्यार्थी की इंग्लिश भी काफी अच्छी होनी चाहिए क्योंकि जहाज में एक पायलट संपर्क के तौर पर ज्यादातर अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल करता है।
पायलट बनने का दूसरा पड़ाव किसी अच्छे इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स में भाग लेना है जिस कोर्स में जहाज की तकनीकी एवं संचालन संबंधित जानकारी दी जाती हो। हालांकि ग्रेजुएशन कोर्स में भाग लेने के लिए आपको 12वीं कक्षा में कम से कम 50% अंक प्राप्त होने चाहिए।
पायलट बनने के लिए योग्यता
पायलट बनने के लिए निम्नलिखित योग्यताओं का होना जरूरी है-
- उम्मीदवार को बेहतरीन तकनीकी ज्ञान होना चाहिए।
- निर्णय लेने की क्षमता अधिक।
- परिस्थिति तथा वातावरण को संभालने की क्षमता।
- संपर्क एवं संचार कौशल में अव्वल।
- मानसिक रूप से फिट।
- शारीरिक रूप से फिट।
- टीम में काम करने का साहस
- आंखों के विजन का सही होना।
- 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित के साथ 50% अंक प्राप्त होना।
- उम्मीदवार का पायलट लाइसेंस होना।
- पायलट की सरकारी एवं निजी प्रवेश परीक्षा को पास करना।
- कद 5 फुट तक होना चाहिए।
- आयु न्यूनतम 16 वर्ष तथा अधिकतम 32 वर्ष होनी चाहिए।
पायलट बनने की पूरी प्रक्रिया
पायलट बनने के लिए सबसे पहले आपको भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त फ्लाइट क्लब में दाखिला लेना होगा। इस क्लब में भाग लेने के लिए आपको प्रवेश परीक्षा भी देनी होगी जिसमें आपकी लिखित एवं मौखिक परीक्षा शामिल होगी। यदि आप लिखित एवं मौखिक परीक्षा पास कर लेते हैं तो आपको फ्लाइट क्लब में एडमिशन मिल जाते हैं तथा इस फ्लाइट क्लब में आपको पायलट बनने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है।
ट्रेनिंग के दौरान उम्मीदवार को हवाई जहाज के संचालन, तकनीक, एवं रखरखाव तथा यात्रियों की सुरक्षा एवं कड़ी परिस्थिति में हवाई जहाज को सुरक्षित रूप से लैंड कराना आदि से संबंधित जानकारी दी जाती है। पायलट बनने के लिए कई सारी निजी संस्थाएं और निजी फ्लाइट क्लब पायलट बनने के कोर्स को उपलब्ध कराती है तथा इन कोर्स में भाग लेकर पायलट बनने की प्रक्रिया को पूरा किया जा सकता है।
सरकारी पायलट कैसे बने?
यदि आप एक सरकारी पायलट बनना चाहतें हैं तो आपको नेशनल डिफेंस एकेडमी ऑफ इंडिया के अंतर्गत आने वाली जल सेना और वायु सेना में शामिल होने के लिए एनडीए का एग्जाम देना होता है तथा यह एग्जाम निम्नलिखित तीन प्रकार से आयोजित किया जाता है-
- लिखित परीक्षा
- मेडिकल टेस्ट
- दस्तावेज वेरीफिकेशन
लिखित परीक्षा
सरकारी पायलट के तौर पर इंडियन नेवी तथा एयरफोर्स में पायलट की भर्ती के लिए नेशनल डिफेंस एकेडमी यानी एनडीए का एग्जाम एडमिट किया जाता है जिसमें सबसे पहला चरण लिखित परीक्षा होता है तथा इस चरण में उम्मीदवार की सामान्य ज्ञान, तार्किक गणनाएं, रिजनिंग, अंग्रेजी तथा गणित से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं। एनडीए की लिखित परीक्षा 12वीं कक्षा में पढ़े हुए फिजिक्स केमिस्ट्री और गणित विषय से ही पूछे जाते हैं। इस लिखित परीक्षा में वस्तुनिष्ट प्रश्न पूछे जाते हैं।
मेडिकल टेस्ट
एनडीए की लिखित परीक्षा में पास होने वाले विद्यार्थियों को मेडिकल टेस्ट की परीक्षा के लिए बुलाया जाता है तथा उम्मीदवार के शारीरिक एवं मानसिक आधार को इसमें समझा जाता है। यदि उम्मीदवार शारीरिक एवं मानसिक रूप से फिट पाया जाता है तो उसे मेडिकल टेस्ट में पास करके सर्टिफिकेट प्रदान कर दिया जाता है।
दस्तावेज वेरीफिकेशन
एनडीए की सरकारी पायलट बनने का आखिरी चरण दस्तावेज वेरिफिकेशन होता है तथा दस्तावेज वेरिफिकेशन तक केवल वही उम्मीदवार पहुंच पाते हैं जिन्होंने एनडीए के पहले दो चरण यानी की लिखित परीक्षा एवं मेडिकल टेस्ट की परीक्षा को पास किया होता है। दस्तावेज वेरिफिकेशन के दौरान उम्मीदवार के पास निम्नलिखित दस्तावेज होने चाहिए-
- पायलट लाइसेंस
- पहचान पत्र
- शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र ( दसवीं और बारहवीं मार्कशीट)
- रजिस्ट्रेशन पत्र
- मेडिकल टेस्ट प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- जन्म प्रमाणपत्र
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- पासपोर्ट
- ड्राइविंग लाइसेंस
- वीजा
पायलट बनने में कुल खर्च
हम आपको बता दें कि पायलट बनने में काफी ज्यादा खर्च आता है और उसमें भी अगर आप पायलट का कोर्स किसी निजी फ्लाइट क्लब से कर रहे हैं तो उसकी फीस लगभग लाखों रुपए के बराबर होती है और यदि हम पायलट बनने का कुल खर्च देखे तो आपको 20 से लेकर 25 लाख तक का खर्चा आ सकता है।
यदि आप कम पैसों में पायलट बनना चाहते हैं तो आपको इंडियन एयरफोर्स के पायलट की परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए जिससे आप सरकारी पायलट बन सकते हैं और सरकारी पायलट की काफी ज्यादा लोकप्रियता है।
पायलट की 1 महीने की सैलरी कितनी होती है?
पायलट बनने के बाद आपको अच्छा वेतन प्राप्त होता है लेकिन अगर हम पायलट की न्यूनतम वेतन की बात करें तो पायलट को न्यूनतम ₹200000 से लेकर अधिकतम 2,50000 रुपए प्रतिमाह वेतन प्राप्त होता है।
निष्कर्ष
Note : यह लेख 10th के बाद पायलट कैसे बने? इससे सम्बंधित था, जिसमें हमने दसवीं के बाद पायलट कैसे बने?, सरकारी पायलट कैसे बने?, पायलट बनने के लिए योग्यता तथा पायलट बनने में कुल खर्च आदि से संबंधित विषयों के बारे में बताया है। अगर आपका इस लेख से सम्बंधित कोई भी सवाल है, तो आप हमें कमेंट करके बता सकते है। अगर आपको कोई भी दोस्त 10th Class में है, तो उसे यह लेख जरूर शेयर करें। धन्यवाद।