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दसवीं के बाद कौन सा कोर्स करें?

दसवीं के बाद कौन सा कोर्स करें: दसवीं कक्षा शिक्षा का एक ऐसा स्तर है जो सभी विद्यार्थियों को पूरा करना चाहिए क्योंकि इस कक्षा तक विद्यार्थी को काफी हद तक शिक्षा संबंधी सामान्य समझ हो जाती है लेकिन दसवीं कक्षा के बाद 11वीं 12वीं, कोर्स तथा डिप्लोमा करना आवश्यक है क्योंकि इसके बाद शिक्षा के एक अन्य बड़े स्तर को समझने की सुविधा प्राप्त होती है।

हालांकि कुछ विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो किसी आर्थिक संकट या व्यक्तिगत कारण से दसवीं कक्षा तक ही से पढ़ पाते हैं और ऐसे में वे विद्यार्थी अपनी परिस्थिति ठीक होने के बाद यह सोचता है कि दसवीं कक्षा के बाद कौन सा कोर्स किया जा सकता है? दसवीं कक्षा के बाद कई तरह के डिप्लोमा कोर्स उपलब्ध है जिसे करके आप एक अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं तथा आप एक कौशल भी ग्रहण कर सकते हैं जिसके आधार पर आप नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। ‌

दसवीं के बाद कौन सा कोर्स करें? 

दसवीं कक्षा करने के बाद हर विद्यार्थी के मन में यह सवाल रहता है कि वह अब शिक्षा का एक स्तर प्राप्त कर चुका है लेकिन इसके बाद उसे कौन सा कोर्स करना चाहिए तथा किसी कारणवश यदि कोई 10 वीं कक्षा करने के बाद कुछ समय तक पढ़ाई से दूर रहा है तो वह भी दसवीं के बाद कौन सा कोर्स करें आदि से संबंधित समस्या से जूझ रहा होगा। नीचे कुछ कोर्स की जानकारी दी गई है जिन्हें आप दसवीं कक्षा पूरी करने के बाद कर सकते हैं तथा यह कोर्स निम्नलिखित रुप से है-

1. विज्ञान विषय से 11वीं 12वीं की पढ़ाई करना

सभी स्कूलों में दसवीं कक्षा की परीक्षा के बाद 11वीं तथा 12वीं कक्षा में प्रवेश करने के लिए साइंस, कॉमर्स या आर्ट्स जैसे तीन विषयों में से किसी एक का चुनाव करना होता है तथा विद्यार्थी अपनी इच्छा अनुसार इनमें से एक विषय का चुनाव कर सकता है। ‌ यदि विद्यार्थी की विज्ञान यानी साइंस विषय में रुचि है

तो उसे दसवीं कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त होने चाहिए तथा 11वीं 12वीं साइंस लेने का एक बेहतरीन फायदा यह भी है कि आप यदि विद्यार्थी चाहे तो ग्रेजुएशन में साइंस को छोड़कर आर्ट्स या कॉमर्स विषय से पूर्ण कर सकता है। ‌ हालांकि यह सुविधा केवल साइंस विषय के विद्यार्थियों को ही मिलती है। 11वीं 12वीं की कक्षा विज्ञान विषय से पूरी करने के बाद विद्यार्थी को निम्नलिखित नौकरी या करियर के अवसर प्राप्त होते हैं-

  • Doctor ( चिकित्सक)
  • Engineer ( इंजीनियर)
  • IT Sector ( आईटी क्षेत्र)
  • Research ( शोध)
  • Merchant Navy ( मर्चेंट नेवी)
  • Forensic Science ( फॉरेंसिक विज्ञान)
  • Ethical Hacking ( एथिकल हैकिंग) 

हालांकि विज्ञान विषय को दो भाग मेडिकल तथा नॉन मेडिकल में बांटा गया है। ‌ जो भी विद्यार्थी एमबीबीएस तथा चिकित्सा के क्षेत्र में जाना चाहते हैं वह मेडिकल साइंस का चुनाव करते हैं तथा इसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी विषय की जानकारी दी जाती है। ‌ इसके अलावा जो भी विद्यार्थी आईटी सेक्टर, इंजीनियरिंग तथा हैकिंग एवं तकनीकी क्षेत्रों में जाना चाहते हैं तो वह नॉन मेडिकल साइंस का चुनाव करते हैं जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा गणित विषयों पर जानकारी दी जाती है।

2. वाणिज्य या कॉमर्स विषय से 11वीं 12वीं की पढ़ाई करना 

जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि दसवीं कक्षा पूरी करने के बाद 11वीं तथा 12वीं कक्षा में प्रवेश करने से पहले आपको आर्ट्स कॉमर्स या साइंस में से किसी एक विषय का चुनाव करना होता है। यदि विद्यार्थी द्वारा कॉमर्स विषय से 11वीं तथा 12वीं कक्षा करने की इच्छा जागृत होती है तो उसके दसवीं कक्षा में अंक अच्छे होने चाहिए तथा ऐसे विद्यार्थी का गणित एवं आंकड़ों से संबंधित ज्ञान भी अच्छा होना चाहिए।

कॉमर्स स्ट्रीम में विद्यार्थी को अर्थशास्त्र, गणित, अकाउंट्स, बिजनेस स्टडीज, इंग्लिश तथा अन्य संबंधित विषयों की जानकारी दी जाती है। ‌ साइंस की तरह कॉमर्स स्ट्रीम वाले विद्यार्थी भी ग्रेजुएशन की पढ़ाई में प्रवेश करने पर चाहे तो कॉमर्स से आर्ट्स विषय में आ सकते हैं लेकिन वह साइंस स्ट्रीम को नहीं चुन सकते हैं। कॉमर्स विषय से पढ़ाई पूरी करने के बाद विद्यार्थियों को निम्नलिखित करियर ऑप्शन मिल जाते हैं-:

  • Accountant
  • Financial Planner
  • Company Secretary
  • MBA
  • Management Accounting
  • Chartered Accountant ( CA)
  • Actuaries

हालांकि ऊपर दिए गए कोर्स के लिए किसी मान्यता प्राप्त ग्रेजुएशन कॉलेज में जो उपरोक्त दिए गए कोर्स को उपलब्ध कराता हो आदि में एडमिशन लेना होगा।

3. कला विषय से 11वीं 12वीं की पढ़ाई करना

दसवीं कक्षा करने के बाद यदि आप 11वीं 12वीं कक्षा में कला यानी आर्ट्स का विषय चुनता है तो यह विद्यार्थी के लिए तथा उन विद्यार्थियों के लिए काफी अच्छा हो सकता है जो प्रतियोगिता परीक्षा जैसे यूपीएससी, सिविल सर्विसेज, सीआरपीएफ, बीएसएफ, एयरफोर्स तथा अन्य सरकारी प्रतियोगिताओं आदि में भाग लेना चाहते हो। आर्ट्स कोर्स में वह सभी विषय पढ़ाए जाते हैं जो सरकारी प्रतियोगिता के लिए भी मान्य होते हैं।

आर्ट्स स्ट्रीम में हिंदी, राजनीतिक विज्ञान, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, इतिहास, संस्कृत,गृह विज्ञान तथा फिजिकल साइंस आदि संबंधित विषय शामिल है। आर्ट्स स्ट्रीम के विद्यार्थियों को हिंदी अंग्रेजी तथा राजनीतिक विज्ञान के साथ एक विशेष विषय का चुनाव करना होता है जिसमें अर्थशास्त्र, इतिहास, संस्कृत आदि शामिल है। कला विषय से पढ़ाई पूरी करने के बाद विद्यार्थी के लिए निम्नलिखित कैरियर तथा नौकरी का ऑप्शन उपलब्ध है-

  • Teacher ( शिक्षक)
  • Assistant Teacher ( असिस्टेंट शिक्षक)
  • Civil servant ( सरकारी सेवक)
  • Lawyer ( वकील)
  • Event Manager ( समारोह प्रबंधक)
  • Journalist ( पत्रकार)
  • Graphic Designer ( ग्राफिक डिजाइनर)

हालांकि कला विषय के विद्यार्थियों को ग्रेजुएशन में कॉमर्स तथा साइंस स्ट्रीम की तरह विषय बदलने की अनुमति नहीं है। ‌ कला विषय के साथ ग्रेजुएशन में प्रवेश करने वाले विद्यार्थी किसी भी भाषा या विषय से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। ‌

4. Polytechnic Course 

यदि आप दसवीं पूरी करने के बाद 11वीं 12वीं यानी इंटरमीडिएट की पढ़ाई नहीं करना चाहते हैं तो आपके लिए पॉलिटेक्निक कोर्स एक अन्य ऑप्शन हो सकता है। हालांकि पॉलिटेक्निक कोर्स एक तकनीकी कोर्स है और इसकी अवधि 3 साल की होती है जिसमें तकनीक के सभी रूपों की जानकारी दी जाती है। ध्यान रहे कि पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स है। पॉलिटेक्निक विषय के अंदर आप निम्नलिखित कोर्स में भाग लेकर आगे की पढ़ाई को पूरी कर सकते हैं-

  • Diploma in Civil Engineering
  • Diploma in Computer Engineering
  • Diploma in Chemical Engineering
  • Diploma in Instrumentation Technology
  • Diploma in Aerospace Engineering
  • Diploma in Mechanical Engineering
  • Diploma in Electrical Engineering 

पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स करने के बाद आप बीटेक कोर्स में सीधे लैटरल प्रवेश के माध्यम से ग्रेजुएशन के दूसरे वर्ष में जा सकते हैं लेकिन आईआईटी जैसे संस्थानों में यह सुविधा उपलब्ध नहीं है। आईआईटी जैसे बड़े संस्थान में प्रवेश के लिए आपको पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स करने के बाद जेईई मेंस जैसे प्रतियोगिता परीक्षा को क्लियर करना होगा। ‌

5. आईटीआई कोर्स

दसवीं कक्षा करने के बाद यदि विद्यार्थी इंटरमीडिएट की पढ़ाई नहीं करना चाहते हैं और उनका मन तकनीकी क्षेत्र में है तो वह आईटीआई कोर्स ( Industrial Training Institute) कर सकते हैं। आईटीआई कोर्स की अवधि 1 साल से 3 साल तक होती है। ‌ आईटीआई कोर्स कई विषयों पर कौशल प्रदान करता है जिसमें लगभग तकनीकी क्वेश्चन को भी शामिल किया जाता है तथा यह दसवीं करने के बाद एक अच्छा अवसर हो सकता है। ‌आईटीआई कोर्स में निम्नलिखित कोर्स शामिल है-

  • Pump Operator
  • Tool and die maker Engineering
  • Manufacture Footwear
  • Refrigeration Engineering
  • Electrical Engineering

ऊपर बताए गए आईटीआई कोर्स में केवल टूल एंड डाई मेकर इंजीनियरिंग कोर्स की अवधि 3 साल की होती है तथा बाकी अन्य कोर्स की अवधि 1 या 2 साल की ही होती है।‌ आईटीआई कोर्स करने के बाद आप किसी भी मैकेनिकल गेराज, तकनीकी संस्थान या विद्युत संस्थान में काम कर सकते हैं तथा आईटीआई कोर्स करने के बाद नौकरी मिलने की अवसर काफी बढ़ जाते हैं क्योंकि यह एक कौशल आधारित कोर्स होता है। ‌

6. Paramedical Course 

दसवीं कक्षा करने के बाद यदि आप इंटरमीडिएट यानी 11वीं 12वीं की पढ़ाई नहीं करना चाहते हैं लेकिन आपका मन हेल्थ सेक्टर में जाने का है तो आपके लिए पैरामेडिकल कोर्स एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। हालांकि आप यह सोच रहे होंगे कि यह तो एक मेडिकल कोर्स है तथा इसके लिए आपको नीट जैसे प्रतियोगी एग्जाम को क्लियर करने की आवश्यकता होगी लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है

परा मेडिकल कोर्स एक डिप्लोमा कोर्स है तथा आप इसे नीट क्लियर करें बिना भी कर सकते हैं। पैरामेडिकल कोर्स में दो तरह से कोर्स को बांटा जाता है जिसमें सर्टिफिकेट कोर्स तथा डिप्लोमा कोर्स शामिल है सर्टिफिकेट कोर्स की अवधि 6 महीने तक ही होती है लेकिन डिप्लोमा पैरामेडिकल कोर्स की अवधि 1 साल या 2 साल तक हो सकती है।‌ पैरामेडिकल डिप्लोमा कोर्स के अंदर निम्नलिखित कोर्स शामिल है-

  • Certificate in Lab Technology
  • Diploma in X-ray Technology
  • MRI technician certification
  • Diploma in ECG Technology
  • Diploma in Rural HealthCare
  • Diploma in Nursing Care Assistant
  • Diploma in Medical Record Technology

ऊपर बताए गए पैरामेडिकल कोर्स को करने के बाद आप किसी भी प्राइवेट चिकित्सा संस्थान या सरकारी संस्थान में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। पैरामेडिकल कोर्स एक कौशल आधारित कोर्स है तथा इसीलिए इस कोर्स के अंतर्गत नौकरी पाना काफी आसान हो जाता है तथा यह एक सम्मानजनक कोर्स भी है जिसमें काफी अच्छा खासा वेतन प्राप्त हो सकता है। ‌

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निष्कर्ष

यह लेख दसवीं के बाद कौन सा कोर्स करें? इसके बारे में था। जिसमे आपको IAS बनने से सम्बंधित और भी कई महत्वपूर्ण जाकारियों के बारे में बताया गया है। अगर आपका इस लेख से सम्बंधित कोई भी सवाल है, तो आप हमें कमेंट करके बता सकते है। अगर आपको यह लेख पसंद आया है, तो कृपया इस लेख को अपने सभी दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें, धन्यवाद।

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