जब भी आप फोन या कंप्यूटर को खरीदते हैं तो आप इसमें मौजूद रैम की जानकारी हासिल जरूर करते हैं लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि असल में रैम होती क्या है और रैम कितने प्रकार की होती है और यह कैसे काम करती है? चलिए आज हम आपको रैम कितने प्रकार की होती हैं तथा इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे।
रैम क्या है?
RAM यानी Random Access Memory कंप्यूटर तथा मोबाइल फोन में एक ऐसी मेमोरी है जिससे परफॉर्मेंस का पता चलता है तथा RAM के द्वारा ही कंप्यूटर तथा मोबाइल परफॉर्म करता है। हम जो कुछ भी खोजते हैं तथा जानकारी हासिल करते वह रैम के द्वारा स्टोर हो जाती है।
उदाहरण के लिए यदि आपने गूगल पर “कंप्यूटर कोर्स इन हिंदी”से संबंधित जानकारी दर्ज की और गूगल द्वारा तुरंत आपका डाटा प्राप्त करके सही जानकारी खोजने के लिए सिर्फ कुछ सेकेंड का ही समय लिया और इसके बाद आपको संबंधित जानकारी स्क्रीन पर पेश कर दी तथा
इस पूरी प्रक्रिया में आपकी मोबाइल फोन ने किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं आने दी और लगातार एक फाइल से दूसरी फाइल खुलती गई जिससे यह पता लगता है कि आप के मोबाइल फोन की रैम स्पेस काफी ज्यादा है इसीलिए आपकी मोबाइल या कंप्यूटर बेहतर तेजी में काम कर रहा है अतः यह पूरी प्रक्रिया रैम के द्वारा ही संभव हो सके।
इसके अलावा आप अपने मोबाइल में कंप्यूटर में एक समय में दो तीन फाइलों या ऐप को एक साथ खोलते हैं तो इसके पीछे भी रैम का ही हाथ होता है। रैम मोबाइल या कंप्यूटर की परफॉर्मेंस के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है तथा रैम जितना ज्यादा होगी उतना ही स्पेस आपकी डिवाइस को मिल पाएगा।
हालांकि बाजार में अत्याधिक रैम वाले मोबाइल फोन एवं कंप्यूटर की मांग बढ़ने लगी है क्योंकि रैम से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर काफी बड़ा प्रभाव पड़ता है।
रैम कितने प्रकार की होती है?
रैम निम्नलिखित दो प्रकार की होती है-
- SRAM
- DRAM
चलिए रैम के दोनों प्रकार के बारे में विस्तार में जानते हैं-
1. SRAM
रैम के पहले प्रकार में SRAM यानी Static Random Access Memory का नाम आता है। यह एक ऐसी मेमोरी होती है जो डिवाइस के बंद होने पर डाटा भी खो देती है। हालांकि यह किसी भी डाटा को बड़ी जल्दी एक्सेस कर लेती है इसलिए इसे कैच मेमोरी भी कहा जाता है। इस रैम में कोई कैपेसिटर नहीं लगाया जाता है।
SRAM को बनाने में काफी अधिक खर्च मालूम पड़ता है। SRAM बिजली से कार्य करती है इसलिए इसमें बिजली काफी खर्च होती है। अन्य रैम के मुकाबले SRAM तेज गति से कार्य करती है। SRAM में 6- ChipsTransistorMatrix का उपयोग किया जाता है। इस रैम को कम से कम रिफ्रैश किया जाता है।
उदाहरण के लिए यदि आपका मोबाइल बंद हो गया और आप उसमें कोई फाइल खोले हुए हो तो वह डाटा या फाइल मोबाइल ऑन करने पर आपको नहीं दिखेगी।
2. DRAM
रैम के दूसरे प्रकार में Dram यानि Dynamic RAM का नाम आता है। डायनेमिक रैम को बनाने में कम लागत लगती है। यह सामान्यतः सिस्टम मेमोरी के तौर पर प्रयोग में लाई जाती है। DRAM में डाटा को सुरक्षित करने के लिए इसे बार-बार रिफ्रेश करना पड़ता है।
डायनेमिक रैम को बनाने के लिए एक कैपेसिटी और एक ट्रांजिस्टर का उपयोग किया जाता है। स्टैटिक एक्सेस मेमोरी के मुकाबले डायनामिक रैम धीमी गति से कार्य करती है। डायनामिक रैम की जीवनकाल अवधि कम होती है। हालांकि इसमें बिजली की खपत कम होती है इसलिए यह बिजली की खपत के द्वार पर एक अच्छी रैम मानी जाती है।
रैम के कार्य क्या है?
हमने इस बारे में जानकारी हासिल कर ली है कि रैम क्या है और रैम कितने प्रकार की होती है लेकिन आप जानते हैं कि रैम किस तरह कार्य करती है? नीचे रैम के कार्य दिए गए हैं-
- RAM का कार्य मोबाइल या कंप्यूटर डिवाइस की परफॉर्मेंस को बेहतरीन करना है।
- कम से कम समय में डाटा को स्टोर करना है।
- तेज गति से कार्य करते हुए यूजर की इनफार्मेशन को स्क्रीन पर प्रदर्शित करना है।
- एक समय में एक से अधिक फाइल, ऐप तथा ब्राउज़र का सही तरह से काम करने में सहयोग प्रदान करना है।
- RAM का कार्य डिवाइस की स्टोरेज तथा एप्स एवं फाइल्स के साथ नियंत्रण बनाए रखना है।
FAQ Related To RAM
RAM कितने प्रकार के होते हैं?
रैम यानि Random Access Memory दो प्रकार की होती है जिसमें पहला स्टैटिक एक्सेस मेमोरी (Statics Memory) तथा दूसरा डायनेमिक मेमोरी (Dynamic Memory) आदि मुख्यत: रैम जाने जाते हैं।
कंप्यूटर में कितनी रैम होती है?
कंप्यूटर में सामान्य तौर पर 4GB से 8GB रैम मौजूद होती है जो कि कंप्यूटर के एप्लीकेशन और फाइल के लिए उपयोगी होती है।
क्या सीपीयू में रैम होता है?
रैम सीपीयू का एक मुख्य भाग होता है तथा राम के बिना सीपीयू चालू ही नहीं हो सकता है।
रैम का काम क्या होता है?
रैम का काम कंप्यूटर तथा डिवाइस को परफॉर्मेंस में लाना है तथा एप्लीकेशन एवं फाइल को ओपन करने के दौरान सहयोग प्रदान करना है ताकि बिना किसी रूकावट के फाइल एवं एप्लीकेशन सेकंड में ओपन हो सकें।
लेटेस्ट रैम टाइप क्या है?
लेटेस्ट रैम डीडीआर4 ( DDR4) है।
रैम कहां स्थित होती है?
RAM मदरबोर्ड में स्थित होती है।
ज्यादा रैम क्या करती है?
यदि मोबाइल से कंप्यूटर में ज्यादा रैम होती है तो यह तेजी से कार्य करता है तथा डिवाइस की बेहतरीन परफॉर्मेंस एवं स्पेस में भी बढ़ोतरी होती है जिससे डाटा तेजी से एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर किया जाता है तथा एप्लीकेशन एवं फाइल को अधिक तेजी से कुछ सेकंड के भीतर ओपन किया जा सकता है। आजकल ज्यादा रैम वाले मोबाइल फोन तथा कंप्यूटर की डिमांड बढ़ गई है क्योंकि यूजर को एक से समय में एक से अधिक काम ब्राउज़र तथा फाइल्स की जरूरत होती है।
मोबाइल में रैम कितनी होनी चाहिए?
एक स्मार्टफोन में यदि आप हेवी लोड वाले गेम्स खेलते हैं तो आपके लिए 8GB से 12GB वाले रैम वाले स्मार्टफोन काफी होंगे। इसके अलावा यदि मोबाइल में सामान्य रैम की बात की जाए तो यह 6GB के आसपास होना चाहिए। 6GB रैम वाले स्मार्टफोन में फाइल्स एप्लीकेशन तथा ब्राउज़र आसानी से कार्य करते हैं। इसीलिए यह काम यूजर के लिए काफी होती है तथा एक आम यूजर को अपनी आवश्यकतानुसार रैम का ध्यान रखते हुए स्मार्टफोन की खरीदारी करनी चाहिए।
निष्कर्ष
हमने आपको इस आर्टिकल में रैम क्या है? रैम कितने प्रकार की होती है तथा रैम के क्या कार्य हैं?, आदि से संबंधित जानकारी प्रदान की है।